सिंगरामऊ -
लोग आसियाना बनाने के लिए एक एक पाई इकट्ठा करते है और किसी तरह हजारो खर्च करने के बाद यदि मुनाफाखोरी के चक्कर में खेल खराब हो जाय तो उस व्यक्ति पर क्या बीतेगी यह बताने की बात नही है ! कुछ इसी तरह का मामला देखने मे आया है, सिंगरामऊ थाना क्षेत्र के बदलपट्टी गॉव में जहॉ मकान का निर्माण कार्य चल रहा था और ढलाई के तीन सप्ताह बाद ही हल्का धक्का लगने से बीम ध्वस्त हो गयी, सीमेंट विक्रेता और कंपनी के जिम्मेदार लोग सीमेंट की कमी मानने को तैयार नही है जबकि भुक्तभोगी का आरोप है कि सीमेंट घटिया है !
जानकारी के अनुसार उक्त गॉव निवासी जवाहरलाल मौर्य मकान बनवा रहे थे फाउंडेशन और टायबीम बन चुकी थी, तीन सप्ताह बाद टायबीम पर मिट्टी का ढूहा गिरा और टायबीम ध्वस्त हो गयी, तो उन्होने टायबीम का मलवा हटाकर देखा तो टायबीम भरभराकर गिरने लगी तो उन्होने कारीगरों को बुलाकर दिखाया तो कारीगरों ने सीमेंट की क्वालिटी खराब होने की बात कही, तब भुक्तभोगी ने निगम बिल्डिंग मैटेरियल डड़ारी के प्रोप्राइटर बजरंगी गुप्ता को बुलाया जहां से एसीसी सुरक्षा प्लस सीमेंट खरीदा गया था ,तो विक्रेता ने एसीसी के अधिकारियों से बात की तो एसीसी के कस्टमर सर्विस अधिकारी देवेष चतुर्वेदी भी मौके पर आए , उन्होने सीमेंट की क्वालिटी सही होने की बात कर भुक्तभोगी से शिकायत पत्र भरवाकर ले लिया और कंपनी के अधिकारियों तक शिकायत पहुंचाने का आश्वासन दिया और यह भी कहा कि कंपनी कोई क्षतिपूर्ति नही देगी क्योकि यह टेक्निकल मिस्टेक है !जिस पर भुक्तभोगी सीमेंट विक्रेता और एसीसी सीमेंट की कंपनी के खिलाफ उपभोक्ता फोरम कोर्ट जाकर न्याय दिलाने की अपील करने की तैयारी मे है !
फोटो- जांच करते एसीसी के कस्टमर सर्विस अधिकारी देवेश चतुर्वेदी
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