दिग्गजों की साख अब मतदाताओं के हाथ में
जिले की 9 सीटों पर लड़ाई हुई दिलचस्प, मतदान आज
सै.हसनैन कमर दीपू
जौनपुर। अपने इतिहास को सुनहरे अक्षरों में समेटे हुए पूरी दुनिया में शिक्षा के मरकज के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले शिराजे हिन्द की सरजमीं जौनपुर की 9 विधानसभा सीटों पर आज मतदान होगा। इन सीटों पर जहां दिग्गजों की प्रतिष्ठा व साख दांव पर लगी हुई है तो वहीं अब इनके भविष्य का फैसला मतदाताओं के हाथ में जा चुका है। पैंतीस लाख उन्तीस हजार मतदाता जिले की 9 विधानसभा सीटों पर अपने नये विधायकों का चुनाव कर अपने व जिले के भविष्य को तय करने के लिए पूरी तरह से तैयार बैठे हैं। दिग्गजों में जहां मल्हनी से पूर्व सांसद धनंजय सिंह सपा का किला ढहाने के लिए बेताब नजर आ रहे हैं तो वहीं विधायक लकी यादव भी अपनी पार्टी व परिवार की इस सीट पर दबदबा कायम रखने के लिए सबकुछ न्यौछावर करने को तैयार बैठंे हैं तो वहीं पूर्व सांसद डॉ.केपी सिंह भी भाजपा का पहली बार कमल खिलाने के लिए जनता की तरफ निगाहें गड़ाये बैठें हैं। सदर सीट के किले में झंडा फहराने के लिए नदीम जावेद जहां मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने में जुटे हुए थे तो वहीं भाजपा के गिरीशचंद्र यादव का भविष्य भी अब मतदाताओं के हाथों मंे जा चुका है। 25 साल बाद अपनी सियाासी पारी खेलने के लिए पूर्व विधायक अरशद खान भी साइकिल पर सवार होकर जनता की ओर निगाहें गड़ाए बैठें हैं तो वहीं हाथी पर सलीम खान का फैसला भी अब सदर सीट के मतदाताओं के हाथ में जा चुका है। शाहगंज की बात की जाये तो बीते दो दशक से सपा के विधायक रहे पूर्व मंत्री ललई यादव की प्रतिष्ठा व साख भी पूरी तरह दांव पर लगी हुई हैं। यहां उन्हें अपने ह ी विरोधी इंद्रदेव यादव जो हाथी पर सवार हैं दो दो हाथ करना पड़ रहा है तो वहीं भाजपा गठबंधन प्रत्याशी रमेश सिंह निषाद पार्टी से पहली बार विधानसभा चुनाव में उतरकर लखनऊ विधानसभा में जाने का सपना जनता के हाथों ही पूरा करने के लिए टकटकी लगाये बैठे हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव में तीन पूर्व सांसद जहां अपने ही लोकसभा क्षेत्र के विधानसभा इलाके से चुनाव लड़कर एमएलए बनने का सपना देख रहे हैं उनमें केराकत के तूफानी सरोज व मल्हनी के डॉ.केपी सिंह का नाम शामिल है। तो वहीं पूर्व सांसद धनंजय सिंह भी अपने ही क्षेत्र की मल्हनी की जनता से आशीर्वाद मांगते हुए एमएलए बनकर उनके सपनों को पूरा करने का वादा करते हुए नजर आये। इस चुनाव में कई नये चेहरे भी जनता के बीच अपने अपने वादे लेकर पहुंचे हैं जिनमें कई तो राजनीतिक दल बदल चुके हैं तो कई नये जातिगत समीकरण के दम पर विधायक बनने का ख्वाब दिल में सजोये हुए हैं। उनमें मुंगराबादशाहपुर, जफराबाद, मछलीशहर, मड़ियाहूं, बदलापुर प्रमुख विधानसभा है। तो वहीं वर्तमान विधायक अपनी सीट को बचाने के लिए जनता की ओर निगाहें अब गड़ाये बैठें हैं। जिनमें केराकत से दिनेश चौधरी, बदलापुर से रमेश मिश्रा, मड़ियाहूं से सुषमा पटेल, मल्हनी से लकी यादव, जफराबाद से डॉ.हरेंद्र प्रसाद सिंह का नाम प्रमुख है। अब किसके सर पर ताज सजेगा ये मतदान के बाद ही 10 मार्च को पता चल जायेगा। ऐसे में लोकतंत्र के इस महापर्व में जनता ही जनार्दन है तो अपने सुनहरे भविष्य के लिए विधायकों को चुनेगी।
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