एनपीएस व निजीकरण का विरोध करेगी अटेवा। इंदु प्रकाश यादव
पूरे देश में सरकारी उपक्रम में बढ़ते निजीकरण के खिलाफ अटेवा ने अभियान की शुरुआत करके अपना विरोध जारी रखा है अटेवा के राष्ट्री य
अध्यक्ष विजय कुमार बंधु के आवाहन पर 3 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को शिक्षिकाओं ने राखी भेज कर पुरानी पेंशन की मांग की , 8 अगस्त को पुरानी पेंशन बहाली हेतु माननीय प्रधानमंत्री व सभी राज्यों के माननीय मुख्यमंत्री को ई-मेल से ज्ञापन, तथा 9 अगस्त को ट्विटर के माध्यम से एनपीएस निजी करण भारत छोड़ो जैसे शानदार कार्यक्रम कर सरकार तक अपना विरोध प्रदर्शन जारी है।
अटेवा की जिला मीडिया प्रभारी इंदु प्रकाश यादव ने कहा कि निजी करण से युवाओं को नौकरी का संकट होगा। इस कोविड -19 महामारी के बीच जब सारा देश एकजुट होकर संक्रमण से संघर्ष कर रहा है तब सरकार एक के बाद एक सरकारी विभागों की निजी करण करने में लगी है जिससे देश पर इसका दूरगामी असर होगा । जिला महामंत्री संदीप चौधरी ने कहा कि जिस प्रकार से रेलवे व अन्य सरकारी उपक्रमों को उद्योगपतियों के हवाले किया जा रहा है आने वाले समय में प्रदेश में शिक्षा का निजीकरण भी तेजी से किया जाएगा, यदि ऐसा होता है तो प्रदेश के हजारों स्कूलों को सरकार किसी संस्था या अपने चहेते उद्योगपतियों को सौंप देगी । शिक्षकों व अध्यापकों या संविदा शिक्षकों को वेतन सरकार ही देगी लेकिन देखरेख व अन्य व्यवस्थाएं संबंधित संस्था के हाथों में होगी । जिला अध्यक्ष चंदन सिंह ने कहा एनपीएस व निजीकरण के खिलाफ अटेवा द्वारा आंदोलन की शुरुआत राष्ट्रीय स्तर पर कर दी गयी है। श्री सिंह ने बताया कि कोरोना आपदा के बाद व्यापक रूप से हर जिला मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन कर इसका विरोध किया जाएगा। प्रवक्ता विनय वर्मा ने कहा कि अटेवा किसी भी दशा में निजी करण नहीं होने देगा । इस मौके पर संदीप यादव, रद्दी लाल निषाद ,नीतू पाठक, प्रीति दुबे, वर्षा ,फातिमा ,जया मिश्रा ,शांत सिंह ,विनोद यादव ,शिव बच्चन यादव, अखिलेश यादव , फातिमा ,यादवेंद्र, लालचंद चौरसिया,डॉ श्यामसुंदर उपाध्याय सहित तमाम साथी रहे।
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