डाक कर्मी से परेशान ग्रामीण, उच्चाधिकारियों से हुई शिकायत
जौनपुर। पंडित राजेंद्र प्रसाद मिश्र की एक पंक्ति फिर कहता हूं ताल ठोंक कर महाभ्रष्ट हूं क्या कर लोगे। बैजाराम डाकघर के पोस्टमैन के पद पर कार्यरत डाक कर्मी अनिल दूबे पर पूरी तरह चरितार्थ होती नजर आती है जो अपने दायित्वों का निर्वहन तो करता नहीं साथ ही पूछने पर लोगों से अभद्रतापूर्वक व्यवहार भी करता रहता है।इतना ही नहीं यह डाक कर्मी इतना मनबढ़ है कि लोगों को अपनी पहुंच की धमकियां भी देता रहता है। इस संबंध में हिंदुस्तान मानवाधिकार संगठन के वकार हुसैन ने पोस्ट मास्टर जनरल केके यादव समेत अन्य उच्चाधिकारियों को भी शिकायती पत्र देकर कार्रवाई किये जाने की मांग की है। अपने शिकायती पत्र में वकार हुसैन ने आरोप लगाया है कि उक्त पोस्टमैन सिर्फ पास्पोर्ट वितरित करने के लिए ही आता है और पास्पोर्ट के लाभार्थी से मोटी रकम भी वसूल करता है। अपने पत्र में उन्होंने कहा है कि पोस्टमैन द्वारा अन्य जरूरी रजिस्टर्ड डाक अथवा स्पीडपोस्ट स्वंय न बांटकर बल्कि किसी दूसरे व्यक्ति से भिजवा दिये जाते हैं। इतना ही नहीं वह व्यक्ति दूसरे का पत्र किसी तीसरे को चला जाता है। इस संबंध में बीते 30 जनवरी को भी दीवानी न्यायालय के अधिवक्ता व आरडीएम शिया इंटर कालेज के पूर्व प्रबंधक मोहम्मद हसन खां ने डाक अधीक्षक समेत जिलाधिकारी व सूचना एवं प्रसार मंत्रालय को भी शिकायती पत्र भेजा था जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि उक्त पोस्टमैन द्वारा पास्पोर्ट के नाम पर पांच सौ रूपये जबकि आधारकार्ड व पैनकार्ड के लिए सौ रूपये लिया जाता है।इतना ही नहीं उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि वाराणसी चिट्स फंड्स कार्यालय से उनके नाम एक रजिस्टर्ड डाक भेजा गया था जिसे उसने गांव के एक दूसरे व्यक्ति को दे दिया और उसने उसे गायब कर दिया। इस संबंध में जब उन्होंने पोस्टमैन से पूछा तो उसने कहा कि उसे इतनी फुरसत नहीं है कि वह घर-घर आकर चिट्टी बांटेगा। जब पास्पोट व पैनकार्ड आदि बांटने की बात कही गई तो वह अभद्र व्यवहार पर उतारू हो गया। आरोप है कि वह खुलेआम भ्रष्टाचार कर रहा है और साथ ही अपनी पहुंच का हवाला देकर लोगों पर रोब भी जमाता फिरता है। पीएमजी को भेजे गये पत्र में वकार हुसैन ने भ्रष्टाचार में संलिप्तता के साथ कार्य में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए पोस्टमैन के खिलाफ जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है। आरोप है कि इस पोस्टमैन के खिलाफ कई बार ग्रामीणों द्वारा पत्रक दिया जा चुका है लेकिन भ्रष्ट तंत्र की वजह से मामला रफा दफा हो जाता है।
0 Comments