जौनपुर शिया उलेमा बोर्ड महाराष्ट्र के चीफ मौलाना सैयद मोहम्मद असलम रिजवी ने कहा कि वतन से मोहब्बत करने की बात इस्लाम धर्म सिखाता है ,यही वजह है कि आज पूरी दुनिया में हिंदुस्तान का नाम अपनी अलग पहचान रखता है यहाँ हम सब पूरी आजादी के साथ अपने धर्म का प्रचार व कार्यक्रम करते है। हम सब को गर्व है कि हम सब हिंदुस्तान के बाशिंदे हैं ।वह रविवार को नगर के बलुआघाट में मजलिस को ख़िताब करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। मौलाना असलम रिजवी ने कहा कि कर्बला में हजरत इमाम हुसैन व उनके साथियों की शहादत का ये पैगाम था कि हक के लिए अपना सर कटा देना चाहिए पर सर झुकाना बिलकुल नहीं चाहिए, खास तौर पर उन्होंने श्री श्री रविशंकर अंतरराष्ट्रीय आध्यात्मिक धर्मगुरु के विचारों से अवगत कराते हुए कहा कि पहली बार जब वह कर्बला हजरत इमाम हुसैन के रौज़े पर दर्शन के लिए गए थे तो उन्होंने कहा कि यहां से हमें अमन व शांति का संदेश मिलता है, और हज़रत इमाम हुसैन सिर्फ मुसलमानों के नही , बल्कि हर एक उस इंसान के हैं जो इंसानियत व मानवता में विश्वास रखता है। यही वजह थी कि श्री श्री रविशंकर जी कर्बला दोबारा दर्शन के लिए पहुंचे थे। इससे पूर्व मजलिस में शिया इंटर कॉलेज के पूर्व प्रधानचार्य मोहम्मद हसन नसीम, अली मंजर डेज़ी, असलम नक़वी, इसरार हुसैन एडवोकेट, सैयद अकबर हुसैन जैदी एडवोकेट, वकार हुसैन अध्यक्ष हिंदुस्तान मानव अधिकार एसोसिएशन,
पीएनबी के पूर्व प्रबंधक ज्ञान कुमार ,जुहैरउल हसन छोटेलाल सहित अन्य लोग ने मौलाना से बकई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा कर मुल्क में अमन शांति की दुआ मांगी।
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