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आरटीआई कार्यकर्ता सुनील कुमार पांडे की पहल पर वापस आए मजदूरों के घर खुशियां लौटी।Don News Express

मछलीशहर, जौनपुर। स्थानीय कोतवाली के रामपुर कटाहित गांव से सात वनवासी मजदूरों को बहला-फुसलाकर बिना परिवारवालों को बताये महाराष्ट्र के पुणे ले जाया गया। आरटीआई कार्यकर्ता सुनील कुमार पांडे की पहल पर वापस आए मजदूरों के घर खुशियां लौट आयी। रामपुर कटाहित गांव के वनवासी समाज के विकास 19 वर्ष पुत्र तेज बहादुर, सुनील 15 वर्ष पुत्र तेज बहादुर, फूलचंद 22 वर्ष पुत्र राजेश, मनोज 22 वर्ष पुत्र रमेश, राजू 20 वर्ष पुत्र राजेन्द, पिन्टू 22 वर्ष पुत्र चौधरी, राहुल 20 वर्ष पुत्र जोखन तहसील क्षेत्र के एक मजदूर दलाल के माध्यम से 10,000 महीना पर पूना में संतरा तोड़ने के लिए ले जाया गया। वहां ले जाने पर उनको दूसरे के हाथों गन्ना कटाई में 4,00,000 में बेच दिया गया।

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मजदूरों ने बताया कि उनके साथ वहां पर बहुत दुर्व्यवहार किया गया। पूरा दिन काम करवाया जाता था सिर्फ एक टाइम भोजन दिया जाता था। सितंबर महीने में ले गए थे वहां लगातार काम करवाया जाता रहा था। जब उनके घर वाले हम लोगों से संपर्क करना चाहते थे तो दलाल उनसे बात नहीं करवाता था ऊपर से धमकी देता था कि यदि किसी को बताओगे जिंदा घर नहीं जाओगे और परिवार वाले जब बात करना चाहते तो उनके घर वालों को दलाल गाली देता और कहता था तुम्हारे बच्चों में से कोई भी घर नहीं पहुंचेगा और पुलिस भी कुछ नहीं कर पाएगी। जिससे सभी डर गये था और पुलिस के पास नहीं गए। इस बात की जानकारी जब सामाजिक और आरटीआई कार्यकर्ता सुनील कुमार पांडेय को हुई तो उन्होंने दलाल से बात किया और  बताया कि यह दिन के मजदूरों को घर वापस नहीं भेजोगे तो आप लोगों पर कार्रवाई हो जाएगी उनके प्रयास से मजदूरों को बस द्वारा मंगवाया गया। विचौलियों ने मजदूरों को इलाहाबाद तक के ही बस का टिकट दिया था उसके बाद से घरवाले घर लेकर आए। घर आने पर मजदूरों ने अपनी जो आपबीती बताई उससे लोगों के रोंगटे खड़े हो गए। मजदूरों ने बताया कि उनके साथ मारपीट की जाती थी और उन्हें सिर्फ एक टाइम भोजन दिया जाता था जब घर जाने की बात करते थे तो उनको मारा पीटा जाता था। परिवार वालों से घर पे बात नहीं करने दिया जाता था और 2 महीनों का वेतन भी कुछ नहीं दिए। हम लोग बिना वेतन के ही बड़ी मुश्किल से अपने घर वापस आए हैं। पीड़ितों ने घर आने के बाद आरटीआई कार्यकर्ता का आभार व्यक्त किया लेकिन अभी तक पुलिस को सूचना नहीं दी गई है.

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