पूविवि--नये कुलपति को लेकर निगाहें राजभवन पर--(राजभवन में स्क्रीनिग कमेंट की बैठक संपन्न) सरायख्खाजा जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर के नये कुलपति की नियुक्ति को लेकर राजनितिक सरगर्मीयां तेज हो गई है। नई नियुक्ति को लेकर लखनऊ में राजभवन में राज्यपाल के आदेश पर गुरुवार को शाम प्रोफेसरों की स्क्रीनिग कमेटी की बैठक में पांच वरिष्ठ जानें माने प्रोफेसरों के नाम मांगे गए हैं।विवि में कुलपति प्रो डा राजाराम यादव के अवकाश ग्रहण करने के बाद 31 जुलाई से रिक्त हैं कुलाधिपति श्रीमती आन्नदी बेन पटेल ने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो टी एन सिंह को नयी नियुक्ति तक कार्यवाहक कुलपति बनाया है। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति पीयूष रंजन अग्रवाल के अवकाश के बाद भाजपा सरकार बनने के बाद राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रो डा राजाराम यादव को नया कुलपति नियुक्त किया गया था जिनका तीन वर्ष तीन महीने का कार्यकाल विवादों से घिरा रहा लेकिन संघ की पैरवी के बाद राजाराम यादव को तीन माह का सेवा विस्तार राजभवन से मिल गया जो31 जुलाई तक रहा।जिन पांच नामों को लेकर राजभवन में स्क्रीनिग कमेटी की बैठक संपन्न हुई उसमें वरिष्ठ जानें माने विश्वविद्यालयों के प्रोफेसरों के नाम बंद लिफाफे में राज्यपाल के समक्ष भेज दिया गया है। जिसमें जो नाम विश्वसूत्रो से मिलें हैं एक काशी विद्यापीठ विश्वविद्यालय एवं व एक नाम इसी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति के बेटा एवं बेटी का शामिल हैं तथा एक नाम पैनल में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी के वरिष्ठ प्रोफेसर के हैं।इन पांचों नामों में से किसी एक का चयन कुलपति पद पर हो पाता है या किसी राजनीतिक दवाव में पैनल से बाहर का होता है यह तों आने वाले अगले सप्ताह में ही पता चलेगा फिलहाल सभी पैनल के लोगों द्वारा अपनी अपनी पैरवी राजभवन तक लगाने की जुगत में हैं अब देखना दिलचस्प होगा कि फिर एक बार संघ से जुड़े किसी की नियुक्ति कुलपति पद पर होगी या फिर किसी वरिष्ठ प्रोफेसर की यह समय बतायेगा। फिलहाल सभी की निगाहें राजभवन पर टिकीं है।
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