जौनपुर। जिले के बदलापुर के गजाधरपुर गांव में मंगलवार की सुबह रंजिश को लेकर हुए खूनी संघर्ष में एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी। बुधवार देर रात बीएचयू से शव आने पर परिजनों के साथ सपा जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में सैकड़ों लोग धरने पर बैठे है। रात 11:28 बजे समाचार लिखे जाने तक धरना जारी रहा। उनकी मांग है कि आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाय। वहीं सपा ने आरोप लगाया कि सत्ता के दबाव में दोषियों को बचाया जा रहा है। इधर जानकारी होने पर डेढ़ सेक्शन पीएसी गांव में लगा दी गयी है। साथ ही सीओ बदलापुर, एसडीएम बदलापुर भी मौके पर हैं और पार्टी पदाधिकारियों को आश्वासन दे रहे है। ठोस आश्वासन न मिलने पर धरना जारी है।
बताते हैं कि मंगलवार की सुबह गजहरमऊ व गजाधरपुर गांव में रंजिश को लेकर दो पक्षों में जमकर मारपीट हो गयी थी जिसमें एक पक्ष के सात लोग राहुल यादव, अंकुश, अंकित, विजय, रामचंदर, उमाशंकर, राधेश्याम घायल हो गये थे। वहीं 45 वर्षीय राधेश्याम यादव की मौत हो गयी। बुधवार की देर रात गजाधरपुर गांव में वाराणसी से शव पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया।
इधर शव पहुंचने की जानकारी मिलते ही सपा जिलाध्यक्ष लाल बहादुर यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष राज बहादुर यादव, पूर्व विधायक बाबा दूबे, उमाशंकर यादव, रमापति यादव, ललित यादव सहित सैकड़ों लोग धरने पर बैठ गये। पार्टी के जिलाध्यक्ष ने कहा कि सत्ता पक्ष के दबाव में पुलिस दोषियों को बचाने में जुटी हुई है। जिले में आये दिन अपराध बढ़ता जा रहा है। हर रोज कहीं न कहीं हत्या, लूट, व्यापारियों के साथ बदसलूकी, मारपीट, अभद्रता के मामले सामने आ रहे है। उसके बाद भी सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी हुई तमाशबीन बनी है। उत्तर प्रदेश की जनता ऐसी गूंगी—बहरी सरकार से ऊब चुकी है।
घटना के दिन भी आक्रोशित ग्रामीण ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए थाने का घेराव किया। उनकी मांग हैं कि आरोपियों की गिरफ्तारी कर कार्यवाई की जाय, लेकिन उस दिन एएसपी ग्रामीण संजय राय ने उन्हें केस दर्ज कर सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए आश्वस्त किया। इस पर ग्रामीण वापस तो लौट गए। मामले में पुलिस ने रामचंद्र यादव की तहरीर पर गांव के ही कैलाश, मनीष, महेंद्र प्रताप उपाध्याय, सूबेदार उपाध्याय, अमन उपाध्याय, आलोक उपाध्याय, आशुतोष उपाध्याय के विरुद्ध केस दर्ज किया है। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है।
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