सुइथाकला(जौनपुर)
सरपतहां थाना क्षेत्र के ऊँचगाँव मे बीती रात बोलेरो सवार पांच की संख्या में पहुंचे मनबढ़ों ने घर के बाहर सो रहे किराना व्यवसायी को मारपीट कर घायल कर दिया। शोर सुनकर पहुंचे ग्रामीणों को देख मनबढ़ भाग निकले। सूचना पर पहुंची डायल 112 टीम ने व्यवसायी को इलाज के लिए सीएचसी भेजवाया।पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए रात में ही आरोपियों को हिरासत में लेकर थाने ले आई, लेकिन सुबह में छोड़ दिया। जिसकी चर्चा जोरों पर है।
गौरतलब हो कि शुक्रवार की रात ऊँचगाँव निवासी किराना व्यवसायी रामसहाय विश्वकर्मा (55) पुत्र गयादीन घर के बाहर सोया हुआ था। देर रात दो बजे बोलेरो पर सवार पांच छह की संख्या में पहुंचे मनबढ़ों ने उसे मारना पीटना शुरू कर दिया।व्यवसायी के शोर मचाने पर ग्रामीणों के इकट्ठा होते ही मारपीट करने वाले भाग निकले।इधर पीड़ित परिवार ने इसकी सूचना 112 नम्बर की पुलिस को दी। पुलिस ने घायल को इलाज हेतु सीएचसी सुइथाकलां भेजवाया। सूत्रों की माने तो रात में व्यवसायी के साथ मारपीट करने वाले बोलेरो सवार मनबढ़ों को पुलिस पकड़ कर थाने लाई। जहाँ पहचान के लिए पीड़ित पक्ष को रात में थाने बुलाया गया।फिलहाल पीड़ित को दूसरे दिन सुबह आने की बात कह कर वापस कर दिया गया। पीड़ित के सुबह पहुँचने पर गाड़ी व मनबढ़ों को न देख पूछने पर पुलिस ने मनबढ़ों को आर्मी का जवान होने की बात बताकर वापस कर दिया। अब सवाल यह है कि यदि मनबढ़ बोलेरो सवार आर्मी के थे तो राह चलते उन्हें मारपीट का अधिकार किसने दे दिया? क्या उनके ऊपर संविधान की धाराएं व कायदा कानून लागू नहीं होता?यदि पकड़े गए लोग आर्मी के थे तो मारपीट करने वाले लोग कौन थे?।
मामले में थाना प्रभारी निरीक्षक पंकज पाण्डेय ने पकड़े गए लोगों को आर्मी का जवान बता मामले में पूछताछ की बात बताई गई।
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