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उपचार के दौरान वाराणसी के प्राइवेट नर्सिंग होम में दरोगा की हुई मौत। Don News Express


उपचार के दौरान वाराणसी के प्राइवेट नर्सिंग होम में दरोगा की हुई मौत

तीन वर्षों से सुरेरी थाने पर तैनात थे मृतक दरोगा रामानंद

सांस लेने में दिक्कत व खांसी से पीड़ित थे दरोगा 

सुरेरी(जौनपुर)28 जुलाई। स्थानीय थाने पर तीन वर्षों से तैनात सीनियर उपनिरीक्षक रामानंद की उपचार के दौरान वाराणसी के एक निजी अस्पताल में मौत हो गई। बीते चार दिनों से सांस लेने में दिक्कत व खांसी से पीड़ित थे उपनिरीक्षक

      जानकारी के अनुसार सुरेरी थाने पर तीन वर्षों से तैनात दरोगा रामानंद को बीते चार दिन से सांस लेने में दिक्कत व खांसी से पीड़ित थे, सोमवार की सुबह अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी व अचेत हो गए जैसे ही दरोगा की तबीयत बिगड़ने की सूचना पुलिसकर्मियों को लगी तो आनन-फानन में 108 नंबर एंबुलेंस पर फोन पर उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रामपुर ले गए। जहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल रेफर कर दिए, वही गंभीर स्थिति को देख जिला अस्पताल से भी डॉक्टरों ने वाराणसी के बीएचयू उपचार के लिए रेफर कर दिया। वही वाराणसी के चितईपुर में स्थित सनराइज हॉस्पिटल में उनका उपचार शुरू हुआ जहां हालत में कोई सुधार नहीं हुई। सोमवार को ही देर रात्रि लगभग 11:30 बजे उपचार के दौरान दरोगा की मौत हो गई। जैसे ही मौत की सूचना थानाध्यक्ष सुरेरी मुन्ना राम धुसिया व अन्य पुलिस कर्मियों को हुई तो थाने में भी अफरा-तफरी मच गई। 48 वर्षीय दरोगा रामानंद मूल रूप से गोरखपुर जनपद के सिकरीगंज थाने के उसरेन गांव के निवासी थे। मृतक दरोगा की पत्नी सुशीला अपने एक 16 वर्षीय पुत्र अभिषेक व दो पुत्री 25 वर्षीय पूर्णिमा, 20 वर्ष की प्रतिमा के साथ वाराणसी में रहती थी।
दरोगा की मौत के एक दिन बाद कोरोना की जांच रिपोर्ट आई निगेटीव

सुरेरी(जौनपुर)28 जुलाई।स्थानीय थाने पर तैनात दरोगा 48 वर्षिय रामानंद की तबीयत खराब होने के दौरान जिला अस्पताल पर बीते सोमवार को कोरोना जांच के लिए सैंपल लिया गया था,जिसकी रिपोर्ट उनके मौत के एक दिन बाद मंगलवार को निगेटीव आई। जिससे क्षेत्रीय लोगों में हो रहे तरह-तरह की चर्चाओं पर विराम लग गया।

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